बॉलीवुड अभिनेत्री राधिका आप्टे को हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था जिसमें लोगों ने ऑनलाइन
वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट नेटफ़्लिक्स के साथ लगातार काम करने पर उनका
मजाक उड़ाया था.
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स कहते हैं कि राधिका आप्टे नेटफ़्लिक्स की सूर्यवंशम हैं. वहीं, कुछ लोग कहते हैं नेटफ़्लिक्स राधिका आप्टे के टैलेंट को इस तरह निचोड़ रहा है जैसे कि कोई टूथपेस्ट ख़त्म होने के बाद उसमें से आख़िरी बार टूथपेस्ट निकालता हो.
देखिए, राधिका आप्टे को ट्रोल करते हुए ऐसे
राधिका आप्टे ने हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में बड़े बैनरों के साथ ज़्यादा काम नहीं किया है. हाल ही में उन्होंने कहा था कि किसी भी अभिनेता के लिए सबसे मुश्किल चीज़ ख़ारिज किया जाना होती है.
राधिका इससे पहले बदलापुर, पार्च्ड और पैडमैन में काम कर चुकी हैं.
लेकिन राधिका को असली सफ़लता वेबसीरिज़ फ़ॉर्मेट में मिली.
नेटफ़्लिक्स की सेक्रेड गेम्स, घोल और लस्ट स्टोरीज़ जैसी वेबसीरिज़ में वह दमदार भूमिकाओं में नज़र आई हैं और उनके काम को काफ़ी पसंद किया गया.
लेकिन राधिका और नेटफ़्लिक्स ने भी ट्विटर पर ट्रोल किए जाने के बाद ट्रोल्स के लिए एक सरप्राइज़ दिया है.
नेटफ़्लिक्स ने एक नया वीडियो जारी किया है जिसमें राधिका नेटफ़्लिक्स के साथ अपनी अगली वेब सिरीज़ ओम्नीप्रज़ेंट के बारे में बताते हुए दिख रही हैं और ट्रोल्स के लिए सरप्राइज़ भी इसी वीडियो में छिपा हुआ है.
वीडियो में राधिका कहती हैं, "जब नेटफ़्लिक्स एक नए ऑफ़र के साथ आया तो मैं थोड़ा झिझक रही थी क्योंकि मुझे लगा कि मैंने अपने भर का काम कर लिया है. लेकिन जब विक्रमादित्य मोटवानी ने मुझे बताया कि ये एक ऐसी सिरीज़ होगी जिसमें हर रोल में मैं ही नज़र आऊंगी तब मैंने इसमें काम करने के बारे में सोचा"
नेटफ़्लिक्स ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि - रोल कोई भी हो राधिका आप्टे है न.
राधिका आप्टे का ये वीडियो जब तक चलता है तब तक आपको लगेगा कि जैसे आप किसी नई सिरीज़ के बिहाइंड द सीन वाला वीडियो देख रहे हैं.
मगर वीडियो के अंत में आपको पता चलता है कि राधिका आप्टे ने ख़ुद को ट्रोल करने वालों को किस तरह ट्रोल किया.
महाराष्ट्र पुलिस पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को गिरफ़्तार किए जाने की वजह अदालत में नहीं बता सकी है. पुलिस कोर्ट में यह बताने में नाकाम रही कि किस अपराध में नवलखा को गिरफ़्तार किया गया है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि नवलखा को पुलिस बुधवार की सुनवाई तक दिल्ली से बाहर नहीं ले जा सकती है. दिल्ली हाई कोर्ट नवलखा के वकील वारिश फ़रासत की याचिका पर सुनवाई कर रहा है.
मंगलवार दोपहर बाद महाराष्ट्र पुलिस की पुणे की टीम ने नवलखा को दक्षिणी दिल्ली के नेहरू इनक्लेव स्थित उनके आवास से गिरफ़्तार किया था. नवलखा को पहले स्थानीय कोर्ट साकेत में पेश किया गया था.
साकेत कोर्ट ने नवलखा को पुणे की स्थानीय अदालत में पेश कर पुलिस को ले जाने की इजाज़त दे दी थी.
ही कुछ ट्वीट.
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