Thursday, November 15, 2018

وأضاف" أدعوهم الى قراءة مرجعيات وأدبيات حزب البناء

وفي المقابل رفضت الوزيرة المصرية في مقطع صوتي الرد، واصفة الواقعة سبب التلاسن بـ"الحادث الفردي" وأضافت أن عدم الرد على الإساءة "هو موت لأى تجاوز".
ويقول المحامي الكويتي أحمد يوسف المليفي إن هذه القضية أخذت أبعادا أكبر من حجمها.
وأوضح "هذا أمر شخصي يقع في كل مكان، إنها قضية متكررة تحدث في كل دول العالم، لقد تم تهويل الأمر وكأن عمليات الاعتداء لم تحدث إلا هنا".
وأردف "إن البعض يقتات على النغمات التي لا تحقق سوى مصالح ضيقة، ولا يعلم هؤلاء أن نحو سبعين بالمائة من القضاة والمستشارين الكويتيين هم مصريون أصلا، لدينا دستور وقانون وإجراءات صحيحة وشهود".
واستطرد "أليس المطلوب تحقيق العدالة؟ هنا تتحقق العدالة".
وفي المقابل، قالت فاطمة عزيز لبي بي سي إنها تتعرض لضغوط خارج هذه الدائرة رغم ثقتها في الإجراءات القانونية المتبعة.
وقالت لبي بي سي "أتعرض لحرب أعصاب على وسائل التواصل الاجتماعي، وتم نشر مقاطع فيديو لي خلال تدريبي على الملاكمة، لقد حصلت على بطولات في هذه اللعبة، ولكن هذا لا يعني أنه ليس بإمكان خمسة من الفتيات أن يضربنني معا".
لكن المصرية أوضحت لبي بي سي أنها تثق في القانون الكويتي والإجراءات التي اتخذتها السلطات في أعقاب الشكوى.
وقالت "القانون الكويتي قانون قوي جدا، هنا في دقيقة واحدة تتدخل الشرطة لحماية الناس، القانون سيأتي لي بحقي".
رغم أن القضاء المصري قرر إدراج "الجماعة الاسلامية" و 164 من رموزها وأنصارها في قائمة تضم كيانات وشخصيات إرهابية مدة خمس سنوات، إلا أن قادة حاليين وسابقين في هذه الجماعة أكدوا التزامهم بموقفهم المتمثل في نبذ العنف.
وفي حديث لبي بي سي قال أحد قيادات الجماعة الحاليين من تركيا، طارق الزمر، "إننا نتمسك بمبادرتنا أيا كانت الأوضاع والإجراءات، ولدينا التزام أخلاقي وشرعي، ولن نحيد عن مبادرتنا بنبذ العنف".
أما القيادي السابق في الجماعة، ناجح إبراهيم، فقد قال لبي بي سي "إن قادة بالجماعة تواصلوا معي، ورغم استغرابهم قرار المحكمة، أكدوا أنه ليس هناك أي نية للتراجع عن المراجعات أو مبادرة وقف العنف التي تم تبينها منذ نهاية 1997".
وكانت صحيفة "الوقائع المصرية" الرسمية قد نشرت حكم محكمة جنايات القاهرة الصادر في نهاية أكتوبر/تشرين الأول الماضي القاضي بإدراج "الجماعة الاسلامية" و 164 شخصا من أتباعها على قوائم الكيانات والشخصيات الارهابية.
وقال إبراهيم الذي استقال من الجماعة منذ سنوات ويعمل طبيبا إضافة الى تخصصة في شؤون الجماعات الاسلامية، إن المذكورة أسماءهم في القائمة "جلهم قياديون وأعضاء حاليون وسابقون بالجماعة الاسلامية وأنصار لها، بعضهم ترك نشاط الجماعة الإسلامية منذ سنوات وبعضهم هارب أو مختف منذ المراجعات ولا يعلم أحد مكانه."
وجاء على رأس القائمة الجديدة المشمولة بقرار المحكمة القياديون بالجماعة الإسلامية محمد شوقي الاسلامبولي وطارق الزمر وعاصم عبدالماجد وهم هاربون خارج مصر، وصفوت عبدالغني وعلاء ابو النصر وهما محبوسان في مصر، ورفاعي طه المتوفي في سوريا منذ عام.
وصدرت ضد بعض من شملتهم القائمة أحكام في قضايا جنائية مختلفة منها أحكام بالاعدام مثل الزمر وعبدالماجد اللذين قضت محكمة جنايات مصرية أوليا قبل أسابيع بإعدامهما مع 73 مدانا أخرين فيما يعرف بقضية "إعتصام رابعة".
كما ضمت قائمة بأسماء " شخصيات إرهابية مطلوبة " وضعتها مصر والبحرين والامارات والسعودية في العام الماضي كلا من محمد شوقي الاسلامبولي وطارق الزمر وعاصم عبدالماجد ضمن قائمة من 62 شخصا وصفوا بالارهابين.
وجاء في مذكرة الحكم الصادر ضد الجماعة وقياداتها من محكمة الجنايات في أكتوبر/ تشرين أول الماضي أن تحريات ضابط بألامن الوطني استندت اليها المحكمة أفادت بأن " في أعقاب ثورة 25 يناير 2011، قام العديد من قيادات وأعضاء الجماعة الإسلامية بالعدول عن مبادراتهم السابقة بوقف العنف وأعلنوا تمسكهم بأيديولجية التنظيم التي تبرر العنف والارهاب وتدعو الى تكفير الحاكم بدعوى عدم تطبيقه الشريعة الإسلامية ووجوب الخروج عليه باستخدام القوة المسلحة وصولا لإقامة الدولة الإسلامية."
كما اتهمت المذكرة قياديين بالجماعة "بعقد لقاءات تنظيمية مع قيادات تنظيم الاخوان الارهابي الهاربة بدولة تركيا...بأن وضعوا مخططا مؤداه تصعيد نشاط الجماعة الاسلامية التحريضي والتخريبي ضد مؤسسات الدولة العامة والحيوية ورموزها."
وقال الزمر الذي تحدث من تركيا " كنت أتمنى أن يغلب صوت العقل في المؤسسات المصرية والذي كان غلابا في وقت سابق، لكن للأسف التطورات الإقليمية وبعض الحسابات السياسية الضيقة دفعت اصحاب القرار الى هذه الخطوة".
وأضاف" أدعوهم الى قراءة مرجعيات وأدبيات حزب البناء والتنمية ويشيروا لي على أي تصريح يشم منه أي دعوة للعنف أو الارهاب.. التزمنا بنبذ العنف منذ أكثر من 20 عاما امام المجتمع المصري والمجتمع العالمي وسنظل على التزامنا مهما كانت العقبات ."
ناجح ابراهيم
وطبقا لقانون الكيانات والشخصيات الإرهابية المصري فإن إدراج هؤلاء الاشخاص على قوائم الارهاب يعني إتخاذ "تدابير قضائية إحتياطية، من بينها تجميد أموالهم متى استخدمت في ممارسة نشاط إرهابي، والمنع من السفر وترقب الوصول، أو منع الأجنبي من دخول البلاد وسحب جواز السفر أو إلغاؤه، أو منع إصدار جواز سفر جديد و فقدان شرط حسن السمعة والسيرة اللازم لتولي الوظائف والمناصب العامة أو النيابي

Friday, October 5, 2018

ये कहानी पहली बार बीबीसी हिंदी पर 8 मार्च 2017 को छपी थी

डेर स्पाइगल के मुताबिक 34 साल की मायोर्गा ने कथित घटना के कुछ देर बाद ही लॉस वेगस के पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी.
अगले ही साल कथित और पर उन्होंने रोनाल्डो के साथ अदालत के बाहर समझौता कर लिया था जिसमें उन्हें 375,000 डॉलर मिले थे. इस समझौते के तहत उन्हें इन आरोपों के बारे में कभी बात नहीं करनी थी.
मायोर्गा के वकील अब उस नॉन-डिस्क्लॉसर एग्रीमेंट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
लॉस वेगास की पुलिस ने बीते मंगलवार (2 अक्टूबर) को पुष्टि की कि उन्होंने साल 2009 के जून महीने में एक शिकायत की जांच की थी लेकिन इसमें कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं था.
बयान में कहा गया है, ''रिपोर्ट लिखवाते समय पीड़िता ने पुलिस को घटनास्थल या संदिग्ध के के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.''
पुलिस के मुताबिक सितंबर 2018 में इस मामले की जांच फिर से शुरू की गई है.
इससे पहले रोनाल्डो के वकीलों ने कहा था कि वो डेर स्पाइगल पत्रिका पर इस मामलों पर ख़बर करने के लिए मुक़दमा करेंगे.
कनाडा की डोना स्ट्रिकलैंड यह अवॉर्ड जीतने वाली तीसरी महिला हैं. उनसे पहले मैरी क्यूरी को 1903 और मारिया गोपर्ट-मेयर ने 1963 में भौतिकी का नोबेल जीता था. कुछ ऐसी महिलाएं हैं जो अपनी कामयाबी और प्रभाव के कारण जानी जाती हैं. इनका प्रभाव वक़्त के साथ कम नहीं हुआ बल्कि काफी असरदार रहा.
हम यहां उन पांच महिलाओं की बात कर रहे हैं जिनका विज्ञान से प्यार शोध और प्रयोग तक ही सीमित नहीं रहा. इनका उत्साह इन्हें नेतृत्व की भूमिका और निर्णय करने की क्षमता तक में स्थापित किया.
विज्ञान की दुनिया में ये सबसे अहम संस्थानों का नेतृत्व कर रही हैं. ये महिलाएं इस तथ्य का जीवंत उदाहरण हैं कि विज्ञान भी रणनीति, सहयोग और संवाद का नतीजा है. आप भी जानें विज्ञान की दुनिया की इन पांच ताक़तवर महिलाओं के बारे में- में ब्रिटेन के अख़बार द गर्डियन ने इटली की भौतिक विज्ञानी फाबिओला जानोती को 'ब्रह्मांड के रहस्यों की कुंजी वाली महिला' करार दिया था.
फाबिओला ने 2016 में स्विटज़रलैंड स्थित दुनिया के अहम विज्ञान केंद्र यूरोपियन ऑर्गेनाइजेशन फोर न्यूक्लियर रिसर्च में पार्टिकल फिजिक्स की अगुवाई की.
1994 से फाबिओला इस सेंटर में एक अहम भौतिक विज्ञानी खोजकर्ता थीं. 2009 से 2013 तक लार्ज हैड्रन कोलाइडर में एटलस के लिए प्रवक्ता रहीं. इन्होंने इस बात को दुनिया के सामने रखा कि प्रकृति में व्यापक पैमाने पर पार्टिकल क्यों हैं.
क्रिस्टिना से जब बीबीसी मुंडो ने पूछा कि उन्हें विज्ञान से प्रेम कैसे हुआ तो उन्होंने कहा कि प्रकृति उनका पहला घर रहा है.
क्रिस्टिना ने कहा कि प्रकृति उनका अब भी पहला घर है. क्रिस्टिना एन्थ्रोपॉलोजिस्ट हैं और वह कोस्टा रिका के तीन बार राष्ट्रपति रहे जोसे फिगेरस फेरर की बेटी हैं.
क्रिस्टिना 2012 और 2016 के बीच संयुक्त राष्ट्र संघ में फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन क्लाइमेट चेंज की कार्यकारी सचिव रहीं.
क्रिस्टिना ने 2010 में कानकुन, 2011 में डर्बन, 2013 में वार्सा और 2014 में लिमा के जलवायु परिवर्तन कॉन्फ्रेंस की अगुवाई की थी. पेरिस में 2015 के ऐतिहासिक जलवायु समझौते में क्रिस्टिना की अहम भूमिका रही थी.
अपने योगदान के कारण किरण मजूमदार-शॉ विज्ञान की दुनिया में पहचान के लिए मोहताज नहीं हैं.
2010 में अमरीका की महत्वपूर्ण पत्रिका टाइम ने वर्षिक रैंकिंग 'टाइम 100' में हमारी दुनिया की 100 प्रभावशाली लोगों में जगह दी थी.
बायोटेक्नोलॉजी में अपने योगदान के कारण उन्हें हीरो की कैटिगरी में जगह दी गई थी. 2014 में फ्यूचर मैगज़ीन में किरण को एशिया-पसीफिक में सबसे प्रभावशाली महिला करार दिया था.
किरण का जन्म भारत में हुआ था. वह बायोकॉन की संस्थापक और अध्यक्ष हैं. यह कंपनी बायोटेक्नॉलजी के क्षेत्र में शोध करती है.
अमरीकी मैगज़ीन फोर्ब्स ने दुनिया की 100 शक्तिशाली महिलाओं में गोयन को 76वें पायदान पर रखा था. इस लिस्ट में कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में वह एकमात्र महिला थीं.
गोयन की विशेषज्ञता अप्लाइड मैथ्स में भी है. वह स्पेसएक्स की अध्यक्ष हैं. यह कंपनी स्पेस तकनीक पर काम करती है. इस कंपनी का जोर ख़ासकर स्पेस ट्रांसपोर्ट में खर्च को कम करना है.
चीनी फिजिशन मारग्राटा चान ने रोगाणुरोधक को लेकर काम किया है.
चान ने गानरीअ जैसी बीमारियों को लेकर सतर्क किया था. वह विश्व स्वास्थ संगठन की महानिदेशक भी रही हैं.
चान सांस संबंधी बीमारियों और बर्ड फ्लू की विशेषज्ञ हैं. चान ने महिलाओं और बच्चों की सेहत को लेकर काफी काम किया है.

Monday, September 24, 2018

कालका-शिमला सेक्शन की सभी रेलगाड़ियां रद्द

उत्तर रेलवे ने सोमवार को कालका-शिमला सेक्शन की सभी रेलगाड़ियों को भारी बरसात के कारण रद्द कर दिया है। कालका रेलवे स्टेशन से शिमला जाने वाली रेल गाड़ियों को हालात सामान्य होने तक रोक दिया गया है। सोमवार को कालका स्टेशन से शिमला जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उत्तर रेलवे के प्रमुख लोक संपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया कि पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात के मद्देनजर कालका-शिमला सेक्शन से शिमला के लिए रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने आज शिमला सेक्शन का जायजा लेते हुए हालात पर नजर बनाए रखी और मौसम के मौजूदा हालात की रिपोर्ट उत्तर रेलवे के अधिकारियों के पास पहुंची। सूत्रों ने बताया कि लगातार बारिश की वजह से ट्रैक पर भूस्खलन का खतरा और बढ़ गया है जिस कारण रेलगाड़ियों को रद्द करना पड़ा है।
ये ट्रेनें भी हुई रद्द
उधर, पंजाब में लगातार बारिश से अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से रेलगाड़ियों काे रोकना पड़ा। उत्तर रेलवे ने अमृतसर-नयी दिल्ली, नयी दिल्ली से जालंधर सिटी इंटरसिटी रेलगाड़ियों को रद्द कर दिया। वहीं बठिंडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस को वाया जालंधर सिटी, मुकेरियां और पठानकोट रूट से चलाया जा रहा है। बठिंडा जाने वाले यात्री अमृतसर की बजाय पठानकोट, मुकेरियां सेक्शन से होते हुए जालंधर पहुंच रहे हैं। उधर, चंडीगढ़-अमृतसर सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन को मनानवाला रोक दिया गया।
जीरकपुर (निस) : लगातार बारिश से शहर की सभी सड़कों पर एक बार फिर पानी जमा हो गया और सड़कें नहरों का रूप धारण कर गईं। सड़कों पर पानी के कारण यातायात में भी बाधा पड़ी। भारी बारिश के चलते भबात गांव में एक 150 वर्ष पुराना मकान भी गिर गया। गनीमत रही कि मकान गिरने से किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। बरसात का सबसे अधिक प्रभाव वीआईपी रोड, बलटाना, भबात, एकेएस कालोनी और शिवालिक विहार क्षेत्र में देखने को मिला। इन क्षेत्रों की गलियों व सड़कों तक में पानी जमा हो जाने के कारण निवासियों को भारी परेशानी सहनी पड़ी। कुछ लोगों के घरों में भी बरसात का पानी घुस जाने की खबर है। समाजसेवी हरपाल सिंह सोढी और अन्य ने कहा कि ज़ीरकपुर में बरसाती पानी की निकासी के लिए प्रबंध अपर्याप्त होने के कारण हर साल लोगों को भारी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। उन्होंने मांग की कि ज़ीरकपुर में बरसाती पानी की निकासी के लिए ठोस प्रयास किये जाएं।
टाॅय ट्रेन को ब्रेक
पिंजौर (निस) कालका-शिमला रेल सैक्शन पर तीसरे दिन भारी बारिश के कारण सोमवार को सुबह 8 बजे कोटी और सनवारा रेलवे स्टेशनों के बीच ट्रैक के नीचे से मिट्टी निकल गई। इस पर रेलवे विभाग इंजीनियर पीडब्ल्यूआई धर्मपुर दौलत राम घटनास्थल पर पहुंचे और रेल कर्मियों व गैंगमैन ने मिलकर लगभग एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रैक को गाड़ियों के लिए चालू कर दिया। लेकिन तब तक कालका-शिमला के बीच ट्रेनें जहां थीं रोक दी गईं। जिस कारण कालका से गई 52451 शिवालिक एक्सप्रेस सुबह 8 से लगभग 9 बजे तक जाबली के बंद पड़े रेलवे स्टेशन पर रुकी रही जबकि 52453 मेल एक्सप्रेस सवा 8 बजे से साढ़े 9 बजे तक कोटी रेलवे स्टेशन पर रुकी रही।
जीरकपुर की सड़कों पर भरे हुए बारिश के पानी का दृश्य । -निस
ठिठुरन बढ़ी, लुढ़का पारा
चंडीगढ़/पंचकूला (नस) : चंडीगढ़ में लगातार हो रही बारिश ने ठिठुरन बढ़ा दी है। आज अधिकतम तापमान 23 डिग्री रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 10 डिग्री कम है। मौसम विभाग के मुताबिक चंडीगढ़ में रविवार सुबह साढ़े 8 से शाम तक 34.7 मिमी बारिश रिकार्ड की गई, वहीं मौसम में आद्रता 98 फीसदी रिकार्ड की गई। विशेषज्ञों का कहना है कि मंगलवार दोपहर बारिश बंद होने के बाद मौसम फिर करवट लेगा।
सितंबर के आखरी हफ्ते में रातें ठंडी होंगी जबकि दिन में सूरज के साथ बादल छाए रहने की संभावना है।
शहर से कालोनियां का कटा संपर्क
राजपुरा (निस) : लगातार बारिश ने नगर कौंसिल के प्रबंधों की पोल खोल कर रख दी है। कालका रोड, अंडर ब्रिज रोड, आईसीएल रोड पर वर्षा का पानी जमा हो जाने और निकासी ना होने से पुराना राजपुरा व बाईपास से राजपुरा शहर, टाउन व अन्य कलोनियां लगभग कट गई हैं, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मुख्य बाजार शास्त्री मार्केट, जवाहर मार्केट, सुभाष मार्केट, बांस बाजार, कृष्णा मार्केट, महावीर मंदिर रोड, गौशाला रोड, ठाकुरद्वारा रोड, गुरु अर्जुनदेव कालोनी की सहित शहर व टाउन की लगभग हर गली मुहल्ले की मुख्य सड़क पर बारिश का पानी देखने को मिला। वहीं कई घरों व दुकानों में भी पानी घुस गया। नगर कौंसिल के ईओ रवनीत सिंह ने बताया कि बहुत जल्द पानी निकासी के उचित प्रबंध करवाए जाएंगे ताकि दुकानदारों व इलाकावासियों को राहत मिल सके।
मोहाली स्थित पूडा आफिस की पार्किंग में ऐसे जमा हो गया पानी। मनोज महाजन
धान, सब्जियां, चारा पानी में डूबे
खरड़ (निस) : क्षेत्र में भारी बारिश के कारण शहर तथा आसपास के कई गांवों में बरसाती पानी जमा हो गया। खरड़ क्षेत्र से निकल रही एसवाईएल नहर तथा रेलवे लाइन के साथ लगती किसानों की जमीनों में खड़ी धान की फसल के अलावा मक्की, पशुओं का चारा तथा सब्जियों समेत अन्य फसलें पानी की डृूब गई हैं। वहीं गांव रोड़ा के पास पानी के तेज बहाब के कारण किसानों की जमीनें एसवाईएल नहर में बह जाने का खतरा पैदा हो गया है। इसके अलावा रंधावा रोड, माछीपुर-घडुआं तथा बडाला रोड़ पर बनें हुये रेलवे अंडरब्रिजों में बारिश का पानी भर गया है। शहर में भी कई जगह सीवरेज का पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर आ गया। सरकारी अस्पताल खरड़ के मुख्य गेट तथा रिहायशी कालोनी के गेट की ओर भी पानी जमा हो गया है। अस्पताल के पास से गुजर रहे बरसाती नाले में भी भारी मात्रा में पानी आ रहा है।

Tuesday, August 28, 2018

जब राधिका आप्टे ने ट्रोल्स को किया ट्रोल

बॉलीवुड अभिनेत्री राधिका आप्टे को हाल ही में सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया था जिसमें लोगों ने ऑनलाइन वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट नेटफ़्लिक्स के साथ लगातार काम करने पर उनका मजाक उड़ाया था.
कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स कहते हैं कि राधिका आप्टे नेटफ़्लिक्स की सूर्यवंशम हैं.
वहीं, कुछ लोग कहते हैं नेटफ़्लिक्स राधिका आप्टे के टैलेंट को इस तरह निचोड़ रहा है जैसे कि कोई टूथपेस्ट ख़त्म होने के बाद उसमें से आख़िरी बार टूथपेस्ट निकालता हो.
देखिए, राधिका आप्टे को ट्रोल करते हुए ऐसे
राधिका आप्टे ने हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में बड़े बैनरों के साथ ज़्यादा काम नहीं किया है. हाल ही में उन्होंने कहा था कि किसी भी अभिनेता के लिए सबसे मुश्किल चीज़ ख़ारिज किया जाना होती है.
राधिका इससे पहले बदलापुर, पार्च्ड और पैडमैन में काम कर चुकी हैं.
लेकिन राधिका को असली सफ़लता वेबसीरिज़ फ़ॉर्मेट में मिली.
नेटफ़्लिक्स की सेक्रेड गेम्स, घोल और लस्ट स्टोरीज़ जैसी वेबसीरिज़ में वह दमदार भूमिकाओं में नज़र आई हैं और उनके काम को काफ़ी पसंद किया गया.
लेकिन राधिका और नेटफ़्लिक्स ने भी ट्विटर पर ट्रोल किए जाने के बाद ट्रोल्स के लिए एक सरप्राइज़ दिया है.
नेटफ़्लिक्स ने एक नया वीडियो जारी किया है जिसमें राधिका नेटफ़्लिक्स के साथ अपनी अगली वेब सिरीज़ ओम्नीप्रज़ेंट के बारे में बताते हुए दिख रही हैं और ट्रोल्स के लिए सरप्राइज़ भी इसी वीडियो में छिपा हुआ है.
वीडियो में राधिका कहती हैं, "जब नेटफ़्लिक्स एक नए ऑफ़र के साथ आया तो मैं थोड़ा झिझक रही थी क्योंकि मुझे लगा कि मैंने अपने भर का काम कर लिया है. लेकिन जब विक्रमादित्य मोटवानी ने मुझे बताया कि ये एक ऐसी सिरीज़ होगी जिसमें हर रोल में मैं ही नज़र आऊंगी तब मैंने इसमें काम करने के बारे में सोचा"
नेटफ़्लिक्स ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि - रोल कोई भी हो राधिका आप्टे है न.
राधिका आप्टे का ये वीडियो जब तक चलता है तब तक आपको लगेगा कि जैसे आप किसी नई सिरीज़ के बिहाइंड द सीन वाला वीडियो देख रहे हैं.
मगर वीडियो के अंत में आपको पता चलता है कि राधिका आप्टे ने ख़ुद को ट्रोल करने वालों को किस तरह ट्रोल किया.
महाराष्ट्र पुलिस पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौतम नवलखा को गिरफ़्तार किए जाने की वजह अदालत में नहीं बता सकी है. पुलिस कोर्ट में यह बताने में नाकाम रही कि किस अपराध में नवलखा को गिरफ़्तार किया गया है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि नवलखा को पुलिस बुधवार की सुनवाई तक दिल्ली से बाहर नहीं ले जा सकती है. दिल्ली हाई कोर्ट नवलखा के वकील वारिश फ़रासत की याचिका पर सुनवाई कर रहा है.
मंगलवार दोपहर बाद महाराष्ट्र पुलिस की पुणे की टीम ने नवलखा को दक्षिणी दिल्ली के नेहरू इनक्लेव स्थित उनके आवास से गिरफ़्तार किया था. नवलखा को पहले स्थानीय कोर्ट साकेत में पेश किया गया था.
साकेत कोर्ट ने नवलखा को पुणे की स्थानीय अदालत में पेश कर पुलिस को ले जाने की इजाज़त दे दी थी.
ही कुछ ट्वीट.

Friday, August 10, 2018

भारत ने फुटबॉल मैच में अर्जेंटीना को हराकर रचा इतिहास

भारत की अंडर-20 फुटबॉल टीम ने स्पेन में चल रहे कोटिफ कप 2018 के एक मुक़ाबले में अर्जेंटीना की अंडर-20 टीम को 2-1 से हराकर इतिहास रच दिया है.
भारत की इस ऐतिहासिक जीत के हीरो अनवर अली रहे जिन्होंने मैच के 68वें मिनट में एक फ्री किक को गोल में बदलकर मैच भारत के पाले में डाल दिया.
मैच के शुरुआती दौर से ही भारतीय टीम ने अपने पूरे दमख़म के साथ अर्जेंटीना के साथ टक्कर लेते हुए पहला गोल कर दिया.
भारतीय ख़िलाड़ी दीपक टांगरी ने अपने सिर का इस्तेमाल करके यानी एक शानदार हेडर खेलते हुए बॉल को अर्जेंटीना के गोल पोस्ट में डाल दिया.
भारत के गोल के बाद अर्जेंटीना की टीम ने दूसरे हाफ़ के दौरान, मैच में बराबरी करने की काफ़ी कोशिश की लेकिन भारतीय टीम ने अर्जेंटीना के आक्रमण को बेअसर कर दिया.
इसके बाद 68वें मिनट में भारत की ओर से अनवर अली ने एक फ्री किक को गोल में बदलकर भारत का स्कोर 2-0 कर दिया.
लेकिन बस चार मिनट बाद ही अर्जेंटीना ने भारत के ख़ाते में एक गोल डाल दिया.
इसके बाद लगभग 18 मिनट का खेल शेष था जिसमें अर्जेंटीना को अपना दमख़म दिखाना था जिसके लिए वह जानी जाती है.
लेकिन भारतीय खिलाड़ियों जैसे अनीष राय और जीतू ने आखिर तक मजबूत किलेबंदी को कायम रखा और भारत को 2-1 से जीत दिलाकर इतिहास रच दिया.
कॉटिफ़ कप 2018 में इससे पहले भारत मर्सिया अंडर 20 और मॉरिशियाना अंडर 20 के साथ हुए शुरुआती मैचों में हार का सामना कर चुकी है. लेकिन वे वेनेजुएला की अंडर 20 टीम के साथ ड्रॉ करने में सफलता हासिल की.
अर्जेंटीना की टीम के खिलाफ़ भारतीय टीम की ये जीत अहम है इसलिए भी है क्योंकि अंडर 20 वर्ल्डकप से पहले हो रहा ये टूर्नामेंट एक क्वालिफाईंग राउंड की तरह है.
ऐसे में अर्जेंटीना के ख़िलाफ़ जीत से भारतीय ख़िलाड़ियों को तकनीक समझने और मनोबल ऊंचा रखने में मदद जरूर मिलेगी.
उप-सभापति पद के लिए हुए चुनाव का नतीजा घोषित होने के बाद नरेंद्र मोदी राज्यसभा पहुंचे थे. उन्होंने एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह से हाथ मिलाकर बधाई दी.
वो अरुण जेटली के बराबर में अपनी सीट पर लौट रहे थे, तभी प्रधानमंत्री ने उनकी तरफ़ हाथ मिलाने के लिए बढ़ा दिया. लेकिन जेटली ने हाथ नहीं मिलाया. बस मुस्कुराकर नमस्ते किया.
और इस पल की तस्वीरें और वीडियो

Monday, May 14, 2018

вопрос о внедрении проце

Депутат из Ленобласти обратился в МВД и МЧС с просьбой рассмотреть вопрос о внедрении процедуры обязательного лицензирования квестов — игр с элементами перформанса, которые пользуются большим спросом в России. Как заявили RT в национальной Гильдии квестов, здесь они стали даже популярнее, чем на Западе, откуда некогда пришли. Однако статистика показывает, что вместе с возрастающей популярностью игр увеличивается и число связанных с ними несчастных случаев. Один из пострадавших игроков безуспешно судится с организаторами квеста, которые случайно ранили ему руку циркулярной пилой. RT разбирался, поможет ли лицензия исправить положение.

Житель Краснодара программист Александр Ивлев пошёл на известный в городе квест-перформанс «Клиника» за компанию с друзьями: сам он никогда не был любителем подобных игр. Задания нужно было выполнять в подвальном помещении, переделанном под психиатрическую клинику.
«Всё изменилось в одну ночь, когда из клетки вырвался особо опасный пациент и уничтожил половину персонала и более слабых подопытных, — гласит описание квеста на сайте. — Все, кто пытался ему противостоять, погибали или бежали в ужасе. Власти так и не смогли остановить этого монстра. Теперь он ставит опыты на жертвах».
По сценарию группа из шести человек должна была выполнять задания и параллельно искать выход из лечебницы. Выбираться из тёмного подвала нужно было с одним фонариком на всех, в то время как компанию старательно пугал аниматор.
Перед квестом нам рассказали, что нужно делать, объяснили, что за всеми следят камеры, но про пилу не было ни слова, — вспоминает сейчас Александр. — Возможно, так и было задумано».
Пострадавший стоял ближе всех к аниматору. Он заслонился от включённого инструмента левой рукой, и она  попала под удар. Александру оказали первую помощь и вызвали скорую. У мужчины были повреждены артерия, сухожилие и локтевой нерв. Из-за этого у программиста плохо двигается палец, а часть ладони потеряла чувствительность.

«Причинён вред здоровью»

Происшествием занялась полиция, а потом вмешался и Следственный комитет. Сначала следователи возбудили дело по статье «Оказание услуг, не соответствующих требованиям безопасности». Но после допроса всех участников квеста дело закрыли: выяснилось, что привлечь организаторов к ответственности практически невозможно, потому что формально они не отвечают за последствия.